Meri lado ki kahani ( an article on daughter)
बेटी बन दुनिया में आई | मात पिता की लड़ो कहलाई |और ये लड़ो कब पराया धन बन जाती है पता ही नहीं चलता | होश सँभालते ही स्चूली शिक्षा के साथ एक क्लास घर में भी चलती रहती है | बेटी तो पराया धन होती है | बेटी का उठना बैठना ऐसा होना चाहिए …